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सेंधा और काला के नमक के अविश्वसनीय फायदे और समुद्री नमक के नुकसान

सेंधा और काला के नमक के अविश्वसनीय फायदे और समुद्री नमक के नुकसान

इंसान के शरीर के लिए नमक बेहद जरूरी है। हर दिन भोजन में चुटकी भर नमक डालते वक्त न केवल आप अपने खाने की लज्जत बढ़ाते हैं बल्कि शरीर में भी नमक की भरपाई करते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप नमक के बारे में ये अहम बातें जरूर जान लें।

कौन सा नमक खाए:

सेंधा या लाहौरी नमक नमक सबसे शुद्ध नमक माना जाता है, क्योंकि इसमें मिलावट और रसायन नहीं होते हैं। आयोडीनयुक्त नमक से कही ज्यादा अच्छा है सेंधा नमक। यह शरीर की कोशिकाओं के द्वारा अच्छे से पचाया जाता है। समुद्री नमक में मात्र 3 प्रकार के पोषक तत्व होते है जबकि सेंधा नमक में 94 प्रकार के प्राकृतिक खनिज तत्व पाए जाते हैं। इसलिए यह कई जानलेवा बीमारियों से बचाता है। सेंधा नमक की शुद्धता की वजह से इसे व्रत के भोजन में प्रयोग किया जाता है।

क्यूं न खाए समुद्री नमक:

  • लकवा, डाइबिटीज और उच्च रक्तचाप आदि जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा रहता है।
  • आयोडीनयुक्त समुद्री नमक रिफाइंड है इसलिए इसमें मिनिरल्स कम होते हैं।
  • इसको फ्रीफ्लो बनाने के लिए इसमें पोटासियम इओडेट और एलुमिनीयम सिलिकेट डाले जाते है जो जहरीला और शरीर के लिए नुकसानदायक होता है।
  • आयोडीन के अधिक सेवन से नपुंसकता आती है।
  • रक्त चाप बढ़ता है।

सेंधा नमक के लाभ:

  • उच्चाक्त चाप और निम्न रक्त चाप दोनों ने सेंधा नमक और काला नमक औषधि का काम करता है। ये आपके रक्तचाप के स्तर का संतुलन बनाए रखता है।
  • निम्न रक्त चाप के रोगी: पानी के साथ सेंधा नमक लेने से रक्तचाप नियंत्रित रहता है।
  • सेंधा नमक को पानी के साथ लेने से कोलेस्ट्रोल कम होता है और हाई ब्लडपे्रशर भी नियंत्रित रहता है। इसलिए यह दिल के दौरे को रोकने में मदद करता है साथ ही अनियमित दिल की धड़़कनों को नियंत्रित करता है।
  • उच्च रक्त चाप के रोगी: पानी में सेंधा यया समुद्री नमक डालकर स्नान करना फायदे मंद होता है। नहाने वाले पानी में 1 चम्मच सेंधा नमक मिला लें और फिर उस पानी को नहाने के लिए इस्तेमाल करे । इस पानी से नहाने से आपको राहत मिलेगा, ये गले की मांसपेशियों को शांत करता है, आपके शरीर को डिटॉक्सीफाय करता है। इसके साथ ही आपके रक्त चाप को नियंत्रित रखता है।
  • सेंधा नमक को खूबसूरती बढ़ाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। इसमें क्लीनजर के गुण समाए हुए है। सेंधा नमक जमी गंदगी और अतिरिक्त तेल बहार निकाल देते है। इसके इस्तेमाल से आपके शरीर की मृत त्वचा से छुटकारा मिलता है। जवां दिखाने में मदद करता है। इतना ही नहीं सर में खुजली या डैंड्रफ जैसी समस्याओं से सेंधा नमक छुटकारा दिला सकता है।
  • सेंधा नमक हड्डियों और टीशूज को मजबूत रखता है।
  • डायबिटीज के मरीजों को सेंधा नमक अपने भोजन में जरूर शामिल करना चाहिए।
  • मांसपेशियों में ऐंठन की समस्या सेंधा नमक के सेवन से ही ठीक हो सकती है। इसके लिए एक गिलास पानी में थोड़ा सा सेंधा नमक मिला कर पिएं।
  • सेंधा नमक कई दाद और कीड़े के काटे हुए और गाठिया के दर्द जैसे रोगों लाभप्रद है।
  • नियमित सेंधा नमक का सेवन करने से प्राकृतिक नींद आती है। यह अनिंद्रा की तकलीफ को दूर करता है।
  • सेंधा नमक वजन कम करने में मदद करता हैं। ये शरीर के फैट सेल्स को कम कर देता है।
  • यह साइनस के दर्द को कम करता है। जो लोग साइनस और सांस की समस्या से पीड़ित है उन्हें रोजाना सेंधा नमक का सेवन करना चाहिए। सेंधा नमक का सेवन दमा के रोगीयों के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
  • शरीर में शर्करा को शरीर के अनुसार ही संतुलित रखता है।
  • पाचन तंत्र को ठीक रखता है। ये एक औषधि की तरह काम करता है। ये आपके भूख और गैस में भी राहत देता हैं।
  • यह शरीर में जल के स्तर की जांच करता है जिसकी वजह से शरीर की क्रियाओं को मदद मिलती है।
  • जब सेंधा नमक नींबू के रस के साथ लिया जाता है तो पेट के कीड़ो से आराम मिलता है और उल्टियों को भी रोकता है।
  • पित्त की पत्थरी व मूत्रपिंड को रोकने में सेंधा नमक और दूसरे नमकों से बेहद उपयोगी है।
  • रोजाना सेंधा नमक खाने से शरीर के खोए हुए इलेक्ट्रोलाइट्स भरपाई होती है और पीएच स्तर को नियंत्रित रखता है। ये रक्त परिसंचरण को उत्तेजित करता है और शरीर में मौजूदा गंदगी और टॉक्सिक मिनरल्स को बहार निकाल देता है।
  • इसमें सारे तत्व होते है जो एक शरीर की जरुरत होते हैं। जैसे की लोहा, कैल्शियम, पोटेशियम, जिन्क और भी बहुत कुछ सेंधा नमक में मौजूद होता हैं आदि।
  • दातों को सफेद करता और मुंह के फ्रेशनर के तौर पर इस्तेमाल होता है।
  • सेंधा नमक जरुरी मिनर्लस प्रदान करता है जिससे इम्यून सिस्टम सुधरता हैं। इसके अलावा ये संचार, श्वसन और तंत्रिका तंत्र को एक हद तक सुधारता है।
  • सेंधा नमक कफ और वात दोष को भी खत्म करता है।
  • सेंधा नमक में कृमि रोग, दस्त और पित्त दोष को खत्म करने की क्षमता होती है। सेंधा नमक आंखों के लिए भी उत्तम माना जाता है।
  • पायरिया की समस्या, दातों को सफेद करता और मुंह के फ्रेशनर के तौर पर इस्तेमाल होता है। ऐसे में सरसों के तेल में सेंधा नमक मिलाकर दांतों पर मलें। इस उपाय को कुछ दिनों तक लगातार करते रहें।
  • सेंधा नमक का नियमित सेवन करने से फेफड़ों के रोग, चर्म रोग और शरीर मे दर्द आदि नहीं होते हैं। सेंधा नमक खून के विकार को भी दूर करता है।

कुछ याद रखने योग्य जरूरी बातें

    • नमक को और प्रभावी बनाने के लिए आप तांबे के बर्तन में स्टोर कर सकते है जब तक वो लाल ना हो जाए।
    • इसकी तासीर ठंडी होती है।

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