1. गोमूत्र के असाधारण फायदे:-
- कैंसर, ट्यूबरक्लोसिस, डायबिटीज, आर्थराइटिस, ओस्टियोआर्थराइटिस, ब्रोंकाइटिस इस तरह की 48 खतरनाक बिमारियां गौमूत्र के सेवन से जड़ से खत्म हो जाती है। इसके साथ ही सभी प्रकार के चर्म रोग गोमूत्र की मालिस से ठीक हो जाते है।
- गौमूत्र में कैंसर सेल्स को मरने की क्षमता होती है क्योंकि इसमें कर्कुमिन (Carcumin) नामक पदार्थ पाया जाता है। देशी गाय का मूत्र आधा कप और आधा चम्मच हल्दी दोनों मिलाके गरम करना जिससे उबाल आ जाये फिर उसको ठंडा कर लेना। इसके के बाद रोगी को चाय की तरहा चुस्किया लेते हुए पिला देना चाहिए।
- गौधाम आयुर्वेदिक कैंसर ट्रीटमेंट एंड रिसर्च सेंटर के कैंसर स्पेशलिस्ट वैद्य भरत देव मुरारी बताते है, 'हम चमत्कार का दावा नहीं करते लेकिन हमने पंचगव्य (देसी गाय का मूत्र, गोबर, दूध, दही, घी) और जड़ी-बूटियों से कई मरीजों की स्थिति ठीक की है। हमें भरोसा है कि इसमें गोबर और गौमूत्र का अहम योगदान है।'
उपयोग विधि:- सुबह खाली पेट आधा कप गौमूत्र पीये।
2. दही, छाछ और मठ्ठा के फायदे:-
- छाछ या मठ्ठा में जीरा और काला नामक मिलाकर पीना बहुत फायदेमंद होता है।
- बवासीर में तो यह रामबाण का काम करती है।
- दही में दिल के रोग, हाई ब्लड प्रेशर और गुर्दों की बीमारियों को रोकने की गजब की क्षमता है।
- इसके अलावा इससे पाचन शक्ति बढ़ाता है। आंतों के रोग और पेट संबंधित बीमारियां नहीं होती हैं। हड्डियाँ मजबूत होती है।
उपयोग विधि :- दोपहर को दही, छाछ या मठ्ठा भोजन के बाद लेना चाहिए।
3. दूध पीने के फायदे:-
- गाय का दूध, जीर्णज्वर, मानसिक रोगों, मूर्च्छा, भ्रम, संग्रहणी, पांडुरोग, दाह, तृषा, हृदयरोग, शूल, गुल्म, रक्तपित्त, योनिरोग आदि में श्रेष्ठ है।
- इसके अलावा देशी गायों के दूध में ए 2 जैसे फ़ायदेमंद व बेमिसाल कुदरती गुण होते हैं। जो किसी जीव के दूध में नहीं होता है।
- अनिंद्रा की समस्या में लाभ, कैल्शियम और प्रोटीन का खजाना, कब्ज की समस्या आदि में बहुत फायदे मंद होता है।
वीडियो विधि:- रात में सोने से पहले गाय का दूध पिये।
4. घी के फायदे:-
सुबह खाली पेट 10 से 15 एमएल घी खाने के अद्भुत फायदे है। त्वचा पर प्राकृतिक निखार आता है। जोड़ों में दर्द, गठिया हृदय समस्याएं, बालों की समस्या और हड्डियों को मजबूत बनाता है। वजन घटाने में मदद करता है।
घी नाक में डालने से सभी तरह की एलर्जी ठीक हो जाती है इसके साथ ही घी दिमाग के उन नसों तक पहुचता है जहाँ ऑपरेशन करना असम्भव है। ब्रेन हेम्रेज जैसी समस्यायों में कारगर रूप से फयदेमंद है।
उपयोग की विधि:- रात में सोने से पहले एक एक बूंद घी नाक में डालकर सोए।
घी नाक में डालने से सभी तरह की एलर्जी ठीक हो जाती है इसके साथ ही घी दिमाग के उन नसों तक पहुचता है जहाँ ऑपरेशन करना असम्भव है। ब्रेन हेम्रेज जैसी समस्यायों में कारगर रूप से फयदेमंद है।
उपयोग की विधि:- रात में सोने से पहले एक एक बूंद घी नाक में डालकर सोए।
इन सावधानियों को जरुर ध्यान में रखे
- यहाँ पर सिर्फ देसी गाय की बात की गयी है। जर्सी गाय का मूत्र भूल कर भी न पीये, यह आपको बीमार कर सकता है।
- गोमूत्र माने देशी गाय के शारीर से निकला हुआ सीधा-सीधा मूत्र जिसे सूती के आट परत की कपड़ो से छान कर लिया गया हो।
- जो देशी गाय काले रंग की हो उसका मूत्र सबसे अच्छा परिणाम देता है
- गाय के गर्भावस्था के दौरान उसका मूत्र नही पीना चाहिए।
- दही में कभी भी नमक मिलाकर न खाए। मिश्री, खांड, गुड या चीनी मिला सकते है।

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