व्यस्त दिनचर्या के चलते अधिकांश कामकाजी लोगों के लिए सुबह-शाम ताजा भोजन बनाना संभव नहीं होता इसलिए वह बासी भोजन खाने लगते हैं, जिसके कारण कई तरह की बीमारियां होने लगती हैं, इसलिए बासी भोजन से बचना जरूरी है। चिकित्सकों के अनुसार भोजन के बासी हो जाने पर उसमें बैक्टीरिया पनपने लगते हैं जो हाइड्रोकार्बन और कैंसर पैदा करने के लिए प्रमुख रूप से जिम्मेदार होते हैं। इस तरह के कैंसर से बचने के लिए खाने की शुद्धता पर विशेष रूप से ध्यान देना आवश्यक है। लेकिन साल में एक दिन ऐसा भी आता है जिस दिन बासी भोजन हमारे शरीर के लिए लाभदायक होता है।
भारत के जलवायु में 265 दिनों में सिर्फ एक दिन ही बासी भोजन खा सकते है और वो दिन है बसोडा का। बसोडा का त्यौहार होली के सात आठ दिन अर्थात चैत्र कृष्ण पक्ष में प्रथम सोमवार या बृहस्पतिवार को मनाया जाता है इस दिन बसी भोजन (एक दिन पहले बना) खाया जाता है।
दरसल इस दिन शरीर की वात, पित्त और कफ की स्थिति के हिसाब से बासी भोजन ही अच्छा होता। इस देश के त्योहारों के पीछे भी वैज्ञानिकता है।
दरसल इस दिन शरीर की वात, पित्त और कफ की स्थिति के हिसाब से बासी भोजन ही अच्छा होता। इस देश के त्योहारों के पीछे भी वैज्ञानिकता है।

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