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हृदय रोग अर्जुन की छल है महाऔषधि, इस घरेलू उपचार के बारे में आपको जरुर जानना चाहिए

हृदय रोग अर्जुन की छल है महाऔषधि, इस घरेलू उपचार के बारे में आपको जरुर जानना चाहिए


अर्जुन की छाल का काढ़ा हमेशा औषधि के रूप में ही पियें। चाय और काफी कभी मत पियें। अर्जुन की छाल स्वस्थ के लिए बहुत उपयोगी है इसके फायदे जानकर आप हैरान रह जाएंगे।
  • इसका मुख्य उपयोग हृदय रोग के उपचार में किया जाता है। यह हृदय रोग की महाऔषधि माना जाता है।
  • अर्जुन की छाल का काढ़ा रक्त से कचरे को साफ कर देता है जिससे हृदयघात जैसी बिमारियों से बचा जा सकता है।
  • इसके अलावा इसका उपयोग रक्तपित्त, प्रमेह, मूत्राघात, शुक्रमेह, रक्तातिसार तथा क्षय और खांसी में भी लाभप्रद रहता है।
  • अर्जुन की छाल से पथरी होने की शंका न के बराबर है। पथरी चुना अधिक मात्रा में खाने की स्थिति में ही हो सकती है अन्यथा नही।
काढ़ा बनाने की विधि
½ चम्मच अर्जुन की छाल का पाउडर + 1 गिलास + पानी + गुड़ + दाल चीनी + तुलसी का पत्ता + नींबू + काली मिर्च + हरे पत्ते वाली चाय + सोंठ मिलाकर पी सकते है।
याद रखने योग्य बाते
  • सोंठ में अदरक से ज्यादा गुणकारी तत्व पाये जाते है।
  • 3 महीने के बच्चे को अजवाईन की छाछ दी जा सकती है।
  • नवम्बर, दिसम्बर, जनवरी, फरवरी इन चार महीनों में अर्जुन की छाल का काढ़ा अवश्य पीना चाहिए।
  • काढ़ा शाम को पी सकते है लेकिन काढ़ा पीना सुबह सबसे अच्छा होता है।

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