ऐसे करे देसी गाय की पहचान
- देसी गाय कुबड़ निकला होगा होता है, जिसमे सूर्यकेतु नाड़ी होती हैं, जो सूर्य की किरणों के संपर्क में आते ही अपने दूध में स्वर्ण का प्रभाव छोड़ती हैं। जिस कारण गाय के दूध में स्वर्ण तत्व समा जाते हैं। देसी गाय का दूध पीने से कभी भी कैंसर का रोग नहीं होगा।
- इसके अलावा सींघ होती है, और गला लटका हुआ सा होता है जबकि जर्सी गाय के सींघ और कुबड़ नही होते आदि नहीं होते है और शरीर सीधा होता है।
- देसी गाय कि ये ख़ासियत होती है की वह एक माँ की तरह आपसे भावनात्मक रूप से जुड़ जाती है उदाहरण के लिए जब कभी आपके घर में कोई संकट आता है परिवार के लोग रो रहे होते है तो आपकी गाय भी आँसुओं से रोती है। गाय के व्यवहार में परिवर्तन देखने को मिलता है। इसीलिए हमे इसे अपनी माता मानते हुए इसकी सेवा करनी चाहिए।
इस निवेदन के साथ मैं बात पूरी करुंगा कि अगर आप कुत्ता, बिल्ली पाल सकते है, कार, स्कूटर अपने दरवाज़े पर खड़ी कर सकते है तो गाय भी पाल सकते है। आपको गाय ज़रूर पलना चाहिए।

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